एक और पत्रकार पर फ़र्जी मुकदमा :"सजग प्रहरी पर पहरा लगाने की कोशिश, पत्रकार जगत में भारी आक्रोश", षणयंत्र कर्ताओं के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग
आजमगढ़ थाना दीदारगंज क्षेत्र के एक बड़े दैनिक समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार पृथ्वीराज सिंह के ऊपर खबर प्रकाशित करने पर एक षणयंत्र के तहत कड़ी धारा का (हत्या का) मुकदमा दर्ज किया गया बतादेकि मामला दीदारगंज थाना क्षेत्र के पुष्पनगर क्षेत्र के पास एक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक द्वारा बच्चों से झाड़ू लगाए जाने की खबर को कवरेज किया गया और एक अन्य बड़े दैनिक समाचार पत्र ने प्रकाशित कर दिया जिसके बाद उच्च स्तरीय जांच का सिलसिला शुरू हुआ और अध्यापक द्वारा बारह दिन बाद उसी विद्यालय में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर लिया गया। जिसकी सूचना के बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ । उसके बाद षड्यंत्र रच कर वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज करा दिया गया,परिजनों ने पत्रकार पर कथित आरोप धन उगाही को बताया जिससे तनाव में आने के बाद अध्यापक ने आत्महत्या कर लिया । लेकिन गौर किया जाय तो पत्रकार द्वारा इस तरह की कार्य नही किया गया है क्योंकि जो ख़बर कवरेज किया गया था दूसरे दिन अखबार में साफ अक्षरों में प्रकाशित हुआ और गत पिछले
बारह दिनों में एक बार भी अध्यापक द्वारा पत्रकार की कोई भी शिकायत नही किया गया और पत्रकार ने भी दुबारा विद्यालय के तरफ ध्यान नही दिया ,पत्रकार को खबर मिली और समाचार प्रकाशित हुआ मामला समाप्त रहा ,यही पत्रकार का कर्तव्य भी होता है।
पहले मृतक परिजनों ने चुप्पी साधी और एक षणयंत्र के तहत वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ 302 का मुकदमा दीदारगंज थाने में दर्ज कराया,इस धारा के तहत बिना जांच के कार्यवाही होती है तो इससे पत्रकारिता का सीधे गला घोंटकर हत्या कर देने वाली घटना पत्रकारिता जगत में मानी जा रही हैं वही मृतक परिजनों को इस मुकदमे के सहारे मृतक के परिजनों को नौकरी मिलने की सौ प्रतिशत सम्भावना है । मामला साफ है कलम के सिपाही को किस तरह फसाया जा रहा है यह मामला साफ तौर से जाहिर है।
आइडियल जनर्लिस्ट एसोसिएशन व अन्य पत्रकार संगठनों ने कड़ी आलोचना करते हुए महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी आजमगढ़ के माध्यम से आज सौंपा और वरिष्ठ पत्रकार पृथ्वीराज सिंह को न्याय दिलाने के साथ बेगुनाह और पत्रकारिता को सुरक्षा प्रदान करने के साथ षणयंत्र कर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए सीबीआई से जाँच कराने की मांग किया है।
साथ मे जनपद में एक प्रचलन पत्रकार के ऊपर फर्जी मुकदमा लिखने का सिलसिला जारी है इसकी सबसे बड़ी वजह भ्रष्टाचार की लड़ाई में पत्रकार की अहम भूमिका है जिसके आवाज को दबाने का कार्य किया गया बतादे कि,पत्रकार जितेंद्र मौर्य द्वारा आज मार्टिनगंज में यह भी बताया गया कि , मेरे द्वारा राशन के कालाबाजारी कृत्य को प्रकाशित करने के मामले में जितेंद्र मौर्य के ऊपर भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया जिससे पत्रकारों में रोष व्याप्त है और भय का माहौल भी दिखा। कुछ पत्रकार संगठन ने 20 तारीख को जिलाधिकारी आजमगढ़ को ज्ञापन देने की बात कही मामला को लेकर जनपद के पत्रकार आगे की कड़ी में मुख्यमंत्री कार्यालय पर ज्ञापन की योजना देने की तैयारियों में है।अब देखना है कि कलम के सिपाही को किस स्तर पर न्याय मिलेगा।
सबसे बड़ी बात इस संदर्भ में जनपद से लेकर तहसील स्तर तक के पत्रकार एसडीएम मार्टिनगंज अनिल चतुर्वेदी को महामहिम राज्यपाल जी को ज्ञापन सौंपते हुए उच्चस्तरीय जांच करा कर दोषी को सजा दें निर्दोष पत्रकार के ऊपर से मुकदमा हटाने की कृपा करें और भविष्य में पत्रकारों के लिए ठोस कानून बनाने का मुद्दा सरकार के सामने अपने अपने माध्यम से रख रहे हैं ताकि पत्रकार निष्पक्षता से कार्य करते रहे
इस मौके पर जिला अध्यक्ष विवेका पांडे,वरिष्ठ समाजसेवी व जीजीएस न्यूज़ 24 हेड चन्द्रशेखर मौर्य,विजय कुमार यादव, वरिष्ठ पत्रकार रामायण सिंह,राजेश सिंह, राधेश्याम मौर्य,तहसील प्रभारी विनोद यादव,आजमगढ़ ब्यूरो जितेंद्र मौर्य, केसी मिश्रा , मंगल देव मिश्रा अन्य वरिष्ठ पत्रकार साथी मौजूद रहे।
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