चार दिवसीय स्वामी विवेकानंद के जन्मोत्सव के तृतीय दिवस पर विविध आयोजन
सुल्तानपुर/लखनऊ।रविवार समापन दिवस पर युवा सम्मेलन के साथ साथ होगेँ विविध आयोजन- स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी स्वामी विवेकानन्दजी की 159वीं जयन्ती समारोह रामकृष्ण मठ, निराला नगर, लखनऊ में 4 दिवसीय उत्सव के तृतीय दिवस पर दूर-दराज से बडी सँख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। भक्तगणों के उत्साह व त्यौहारिक माहौल के बीच स्वामी विवेकानन्दजी की जयन्ती समारोह कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी एवं कोविड प्रोटोकॉल के तहत मनाया जा रहा है। उपरोक्त सभी कार्यक्रम मठ के यूट्यूब चैनेल : ‘रामकृष्ण मठ लखनऊ’ के माध्यम से सीधा प्रसारित भी किया जा रहा है।
संध्या आरती के उपरान्त सायं 7ः00 बजे से सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मठ सभागार में किया गया, जिसमें लखनऊ के जाने माने शास्त्रीय गायक डॉ0 बीजू कुमार भगवती तथा लखनऊ के सारंग पाण्डे ने तबला पर संगत साथ ही साथ लखनऊ के ही प्रमोद कुमार उपाध्याय ने हारमोनियम पर संगत एवं सारंगी पर संगत जीशान अब्बास के साथ अपनी शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी।
विदित हो कि डॉ0 बीजू कुमार भगवती का जन्म और पालन-पोषण असम के ऐतिहासिक शहर शिवसागर में हुआ, डॉ0 बीजू कुमार भगवती ने रतुल ककोटी जी के कुशल मार्गदर्शन में असम में अपनी संगीत यात्रा शुरू की है। बाद में उन्होंने लखनऊ आकर स्वर्गीय पं0 एस.एस. अवस्थी जी, पंडित प्रसेनजित देवघरिया जी (जो कि अब कनाडा के निवासी हैं।) और पंडित आलोक चटर्जी जी, जैसे कई प्रख्यात गुरुओं से संगीत का पाठ प्राप्त किया। वर्तमान में, वह प्रख्यात गायक, आईटीसी संगीत रिसर्च अकादमी, कोलकाता के पूर्व निदेशक, पं0 अमित मुखर्जी जी के मार्गदर्शन में संगीत सीख रहे हैं। संगीत में पीएचडी, डॉ0 बीजू कुमार भगवती ने कई किताबें लिखी हैं और संगीत पर उनके कई शोध पत्र और लेख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं और ख्याति प्राप्त पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। वह संस्कृति मंत्रालय के तहत, सी0सी0आर0टी0 द्वारा संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट व्यक्तियों के लिए वरिष्ठ फैलोशिप के प्राप्तकर्ता हैं। वर्ष 2015-16 के लिए भारत का उन्हें भारतीय दलित साहित्य अकादमी, दिल्ली द्वारा डॉ0 अंबेडकर राष्ट्रीय फैलोशिप पुरस्कार - 2020 के लिए भी चुना गया है।
डॉ0 भगवती ने झूमरा ताल में विलम्बित लैया में राग सुधा कल्याण की रचना करम करो कृपाल दयाला ’और मध्य में तीनताल में ‘मंदार बाजे’ की प्रस्तुति दी; राग बहार और तीनताल में दो रचनाएँ तीनताल कालियाणा संग कर्ता रंग रलिया ’और डाल डाल पात पात’; सूरदास जी द्वारा दो भजन ’आब की टेक हमरी’ और तुलसीदास जी द्वारा ’भजन मन राम चरण’ की मनमोहक प्रस्तुति दी जिससे सभागार में बैठे समस्त श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उनके साथ सारंग पाण्डे ने एक समान रूप तबला वादन पर अपनी प्रस्तुति दी व हारमोनियम पर संगत प्रमोद कुमार उपाध्याय एवं सारंगी पर संगत जीशान अब्बास ने मनमोहक प्रस्तुति दी जिससे सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया, कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हमारे अधिकारिक यूट्यूब चैनल ‘रामकृष्ण मठ लखनऊ’ के माध्यम से किया गया, तदोपरान्त उपस्थित सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।
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