वासंतिक नवरात्र के नौवें दिन हड़वां , गांव में रामनवमी के दिन नव कुवारी कन्याओं को कराया गया भोजन
दीदारगंज-आजमगढ़ । दीदारगंज क्षेत्र के बरदह बूढ़नपुर मार्ग स्थित पल्थी बाजार से डेढ़ किमी पूरब हड़वां गांव स्थित मां शीतल, मां विंध्वासिनी, तथा मां काली जी का नव्य भब्य दिब्य मंदिर है जहां पर वैसे तो प्रति दिन तीनों मां की पूजा होती है लेकिन शारदीय नव रात्र तथा वासंतिक नम रात्र में यहां मां का पूजन अर्चन करनें के लिए उत्तर प्रदेश ही नहीं यहां महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि प्रांतों के श्रद्धालु दर्शन पूजन हेतु आते हैं तथा मन्नतें मांगते हैं। बुधवार को दर्शन पूजन को भक्तो का सैलाब उमड़ पड़ा ।मंदिर परिसर में मंदिर के पुजारी बाबा विजय व पं0 चंद्रशेखर पांडे ने श्रद्धालुओं की उपस्थिती में वैदिक मंत्रोच्चार के बीज हवन पूजन कराया। इसके बाद कलश यात्रा निकाली गई। बाबा विजय ने नौ कुवारी कन्याओं को भोजन कराया। तत्पश्चात दूर दराज से आए हुए श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया तथा उनके मंगल भविष्य की कामना की इस अवसर पर बाबा ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते कहा कि हमें अपने धन तथा सम्पत्ति पर घमंड नहीं करना चाहिए। अगर आप को कोई एक थप्पड मारता है तो आप उसका जवाब मत दीजिए। जहां ज्ञान है वहां भूत प्रेत नहीं है। जहां अज्ञानता है व
वहीं भूत प्रेत होते हैं जहां प्रेम नहीं वहीं कलह है वहां लक्ष्मी जी कभी भी वास नहीं करती हैं। अपने माता पिता का पैर छूओ इसी में सब तीर्थ हैं।इस अवसर पर भीम यादव, राजेश यादव, जियालाल यादव, उदय भान गुप्ता, जय मूरत ,बृजेश प्रजापति आदि भक्त गण उपस्थित थे।
Leave a comment