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यदि दुनिया में कहीं संकट होता है तो भारत और देश के प्रधानमंत्री संकटमोचक के रूप में याद किए जाते : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में देश-दुनिया की धारणाएं बदली हैं। अब कोई भी प्रदेश को नकारात्मक दृष्टि से नहीं देखता। यह एक टर्निंग पॉइंट है, जिसने प्रदेश को आगे बढ़ने की नई दृष्टि दी है। इस हेतु प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी ने प्रकाश पुंज के रूप में कार्य किया है। उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन से प्रदेश ने वर्ष 2017 से अपनी इस यात्रा को प्रारंभ किया था। प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से उभर कर एक सशक्त प्रदेश के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री  आज यहां होटल ताज में आयोजित एन0बी0टी0 यू0पी0 राइजिंग ‘दस साल, दस बदलाव’ संवाद कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पूर्व भारत के बारे में अन्य देशों की नकारात्मक धारणा थी। अब भारत के बारे में दुनिया की धारणा में परिवर्तन हुआ है। अब भारत को सकारात्मक नजरिए और गंभीरता से देखा जाता है। यदि दुनिया में कहीं संकट होता है तो भारत और प्रधानमंत्री  संकटमोचक के रूप में याद किए जाते हैं। विगत 06 वर्षों में प्रदेश में हुए बदलाव सबके सामने हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश में अनेक क्षेत्रों में व्यापक बदलाव आया है। खासतौर से आर्थिक मोर्चे पर सरकार के परसेप्शन में अंतर को देखा जा सकता है। सभी ने विगत 09 वर्षों में भारत को बहुत शानदार रूप से आगे बढ़ते हुए देखा है। भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में लंबी छलांग लगाई है। पहले 10 बड़ी अर्थव्यवस्था की रैंकिंग में भारत का स्थान दसवां था, अब 5वें स्थान पर आ गया है। यह कहा जा सकता है कि वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश में विश्वास का माहौल उत्पन्न हुआ है। लोगों के मन में विश्वास है कि देश का राजनीतिक नेतृत्व जो फैसला लेगा वह देश और जनता के हित में होगा। यह विश्वसनीयता की राजनीति की नई शुरुआत है। इसी तर्ज पर यह बदलाव हमें उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश की 25 करोड़ जनता को प्रदेश के राजनीतिक नेतृत्व पर विश्वास उत्पन्न हुआ है।
प्रदेश में आजादी, देश में लोकतंत्र की बहाली और बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के लागू होने के बाद पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा किया है। इससे पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया था। यह 37 वर्षों बाद पहली बार हुआ है कि एक मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा कर रहा है और किसी पार्टी की सरकार दूसरी बार रिपीट कर रही हो। इससे पहले यह कार्य वर्ष 1985 में हुआ था। यह जनविश्वास का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है। प्रदेश ने भी विगत 06 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है। प्रदेश ने अपनी विकास गाथा को शानदार रूप से आगे बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। अपनी जी0डी0पी0 को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है। उत्तर प्रदेश पहले देश की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था था, अब नम्बर तीन अर्थव्यवस्था बन चुका है। अब यह कभी भी घोषणा की जा सकती है कि राज्य, देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का निवेश मित्र पोर्टल सिंगल विंडो सिस्टम का देश का सबसे बड़ा पोर्टल है। इसके माध्यम से लगभग 450 क्लियरेंस ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती हैं। इसके लिए जवाब देही भी निर्धारित की जाती है। प्रदेश के आर्थिक क्षेत्र में किए गए अनेक सुधारों और निवेशकों को दी गई सुरक्षा की गारंटी, सिंगल विंडो सिस्टम आदि सहूलियतों के कारण यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह निवेश प्रस्ताव प्रदेश के सभी 75 जनपदों के लिए प्राप्त हुए हैं। हमारे यहां निवेश केवल पूंजी के लिए नहीं बल्कि रोजगार के लिए भी है। उत्तर प्रदेश ने देश के सामने मॉडल रखा कि इन्वेस्टर्स समिट कैसे होनी चाहिए। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश का सी0डी0 रेशियो बढ़ा है। यह 44 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत हो गया है। यह आंकड़े बताते हैं कि बैंक भी अपनी पूंजी का निवेश प्रदेश में कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2017 से पूर्व एम0एस0एम0ई0 सेक्टर बन्दी के कगार पर था। वर्तमान में प्रदेश में 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां कार्य कर रही हैं। वर्ष 2018 से प्रदेश में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ की अभिनव योजना चलाई जा रही है, जो अब पूरे देश की योजना बन चुकी है। प्रदेश में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना वर्ष 2019 से प्रारम्भ हुई थी। यह भी आज सम्पूर्ण देश की योजना बन चुकी है। पी0एम0 स्वनिधि योजना, स्वामित्व योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री
कृषि सिंचाई योजना, पी0एम0 किसान सम्मान निधि जैसी अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। पी0एम0 किसान योजना के अन्तर्गत देश में 12 करोड़ किसानों और प्रदेश में 02 करोड़ 61 लाख किसानों को जोड़ने का कार्य हो या देश और प्रदेश को निर्यात के हब के रूप में स्थापित करने का कार्य, यह सभी कार्य मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के प्रति लोगों का विश्वास उत्पन्न हुआ है। कोई भी दुश्मन भारत की तरफ टेढ़ी नजर से नहीं देख सकता। आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर भी देश में व्यापक बदलाव आया है। वर्ष 1952 में देश के संविधान में जबरन डाली गई धारा 370 और 35 ए को समाप्त कर लोकतंत्र की बहाली की गई। जम्मू एवं कश्मीर से आतंकवाद पूरी तरह समाप्त हो चुका है। आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर माओवाद और नक्सलवाद बड़ा चैलेंज होता था। एक समय 17 राज्य और 120 से ज्यादा जनपद नक्सलवाद और माओवाद की चपेट में थे। आज नक्सलवाद बस्तर के कुछ ही क्षेत्रों तक सीमित रह गया है। बहुत शीघ्र वहां से भी नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। पूर्वोत्तर के राज्यों में विश्वास उत्पन्न हुआ है। पूर्वोत्तर भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छूता हुआ दिखाई दे रहा है। लोग अलगाववाद से मुक्त होकर विकास की मुख्य धारा से जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि विगत 06 वर्षों में प्रदेश में कोई दंगा न होना लोगों के लिए कल्पना हो सकती है, लेकिन यह वास्तविकता है। एन0सी0आर0बी0 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में सभी मापदंडों में अपराध में व्यापक कमी देखने को मिली है। यह दर्शाता है कि प्रदेश में सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण बना है। वर्ष 2022 में प्रदेश में पहली बार हुआ है कि जब कोई चुनाव कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर लड़ा गया हो। सुरक्षा के इसी वातावरण के कारण विगत 01 वर्ष में 31 करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु प्रदेश में आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद सबसे सशक्त माध्यम है। संवाद के अभाव में संघर्ष प्रारम्भ हो जाता है। संवाद के माध्यम से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। किसी भी भाषा के माध्यम से संवाद करके हम लोकतंत्र को मजबूती की ओर अग्रसर कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि लोगों ने मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में स्वतःस्फूर्ति भाव से मान्यता दी है। लोकतंत्र के सभी स्तंभों की अपनी लक्ष्मण रेखाएं हैं। लोकतंत्र में मीडिया की सशक्त भूमिका है। मीडिया सरकार के सभी पक्षों पर तटस्थ भाव से अपने विचार रखती है। मीडिया ने अपनी भूमिका का निर्वहन निर्विवाद रूप से किया है। मीडिया के सामने कई चैलेंज आए हैं। विगत शताब्दी के उत्तरार्द्ध में प्रिंट मीडिया के समक्ष सबसे बड़ा चैलेंज विजुअल मीडिया था। अब विजुअल मीडिया का स्थान डिजिटल मीडिया ले रहा है। टाइम्स समूह ने डिजिटल प्लेटफॉर्म की दिशा में कई प्रयास किए हैं। आने वाले समय में मीडिया के समक्ष सबसे बड़ा चैलेंज विश्वसनीयता का होगा। हम सबकी जवाबदेही अन्तिम रूप से जनता के प्रति होती है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि देश और प्रदेश में योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्रत्येक तबके को प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री  ने कहा था कि प्रधानमंत्री पूरे देश का होता है, उसकी घोषणाएं किसी एक मत, मजहब और सम्प्रदाय के लिए नहीं होती। कोरोना कालखण्ड में जनधन खाता लोगों के लिए जीवन दान बने थे। पहली बार स्वतंत्र भारत में 48 करोड़ लोगों के पास अपने बैंक खाते थे। प्रदेश में 08 करोड़ 42 लाख लोग पहली बार अपना बैंक खाता खोल पाए थे। पहले बिचौलियों के कारण वृद्धावस्था/विधवा पेंशन योजना की पूरी राशि जरूरतमन्द के खातों में नहीं पहुंच पाती थी। अब डी0बी0टी0 के माध्यम से जरूरतमंदों के पास पेंशन पहुंचाई जाती है। प्रदेश में 01 करोड़ वृद्धजनों/निराश्रित महिलाओं/दिव्यांगजनों को 01 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन प्रदान की जा रही है। अब किसी मिडिएटर की आवश्यकता नहीं है। यह पारदर्शिता लोकतंत्र की सबसे बड़ी मजबूती है। जिसके अन्तर्गत अन्तिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति को भी विकास की योजनाओं का लाभ प्राप्त होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 03 करोड़ परिवारों को मकान प्राप्त हुए। प्रदेश में वर्ष 2017 से अब तक 55 लाख परिवारों को एक-एक आवास उपलब्ध कराया गया है। वनटांगिया, मुसहर, थारू जैसी जनजातियों, जिनको शासन की योजनाओं का लाभ नहीं प्राप्त हो पाया था तथा जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं था, उनके लिए मुख्यमंत्री आवास योजना चलाई गई। देश में उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 10 करोड़ परिवारों को एक-एक रसोई गैस का सिलेण्डर उपलब्ध कराया गया। प्रदेश में 01 करोड़ 75 लाख परिवार इस योजना से सीधे-सीधे लाभान्वित हुए हैं, जिनको निःशुल्क रसोई गैस का सिलेण्डर प्राप्त हुआ है। लोगों के घर तक पी0एन0जी0 के माध्यम से पाइप द्वारा रसोई गैस पहुंचाई जा रही है। इसमें घटतौली की कोई गुंजाइश नहीं है। प्रदेश में विगत 06 वर्षों में 01 लाख 20 हजार छोटे-बड़े मजरों तक बिजली पहुंचाई गई है। प्रदेश में 01 करोड़ 58 लाख परिवारों को बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से वर्ष 1977 से वर्ष 2017 तक 50 हजार बच्चों की मृत्यु हुई थी। इसमें 90 से 95 प्रतिशत बच्चे अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक वर्ग से थे। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में इंसेफेलाइटिस के खिलाफ अभियान प्रारम्भ किया, क्योंकि यह बच्चे देश और प्रदेश का भविष्य हैं। अब इंसेफेलाइटिस बीमारी पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में जनपद गोरखपुर में मात्र एक राजकीय मेडिकल कॉलेज था। आज गोरखपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ एम्स भी है। जनपद बस्ती में मेडिकल कॉलेज संचालित हो चुका है। जनपद सिद्धार्थनगर, देवरिया, अयोध्या, बहराइच, आजमगढ़, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो चुका है। जनपद कुशीनगर, बलरामपुर, चन्दौली, सोनभद्र में मेडिकल कॉलेज का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। जनपद गोंडा मेडिकल कॉलेज के निर्माण की प्रक्रिया से जुड़ चुका है, नए सत्र में वहां प्रवेश भी होंगे। जनपद बलिया में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है। जनपद सुल्तानपुर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण अंतिम चरण में है। प्रदेश एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज की दिशा में आगे बढ़ चुका है। वर्ष 1956 में देश में पहला एम्स खुला था। वर्ष 1947 से 2014 तक केवल 06 एम्स क्रियाशील हो पाए थे। वर्तमान में देश में 22 स्थानों पर एम्स या तो बन चुके हैं या बन रहे हैं। देश में नए आई0आई0एम0 तथा आई0आई0टी0 का भी निर्माण हो रहा है। देश में नए-नए संस्थान बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में वर्ष 2014 से पूर्व 14 किलोमीटर हाईवे प्रतिदिन बनाए जाते थे। वर्तमान में 37 किलोमीटर हाईवे प्रतिदिन बनाए जा रहे हैं। रेलवे में जितना विस्तार विगत 70 वर्षों में नहीं हो पाया था, उतना विस्तार विगत 09 वर्षों में हुआ है। वर्ष 1947 से वर्ष 2014 तक जितना विद्युतीकरण नहीं हुआ, उससे ज्यादा वर्ष 2014 से अब तक किया जा चुका है। मात्र 09 वर्षों में देश के निर्यात में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। एक्सप्रेस-वे आज प्रदेश की पहचान बन रहे हैं। प्रदेश की इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। वर्ष 2017 में प्रदेश में 02 एयरपोर्ट क्रियाशील थे। वर्तमान में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 12 एयरपोर्ट्स पर काम किया जा रहा है। देश में वर्ष 1947 से 2014 तक मात्र 74 एयरपोर्ट थे। वर्तमान में 74 नए एयरपोर्ट बन चुके हैं। अब हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की यात्रा कर सकता है। यह प्रधानमंत्री  ने देश में करके दिखाया है। कोरोना महामारी के बावजूद यदि विगत 5 वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को हम दोगुना करने में सफल हुए हैं। हम अगले 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 04 गुना करने में अवश्य सफल होंगे।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश, देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर उभरेगा। प्रदेश की 25 करोड़ आबादी के मन में जो विकास के प्रति विश्वास है। उस विश्वास को और अधिक मजबूत किए जाने की आवश्यकता है। इसमें अवश्य सफलता प्राप्त होगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए टाइम्स ग्रुप के अध्यक्ष  पार्थ सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पूरी तरह बदल चुका है। अगर यह बदलाव यू0पी0 में नहीं होता तो इंडिया में नहीं होता। आर्थिक और अवसंरचना की दृष्टि से प्रदेश सम्पूर्ण देश के लिए मिसाल बना है। हम सभी सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में वृहद स्तर पर बदलाव आया है। प्रधानमंत्री जी ने देश को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना तथा मुख्यमंत्री  ने प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का सपना देखा है।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, पुलिस महानिदेशक  विजय कुमार, स्पेशल डी0जी0 कानून-व्यवस्था l प्रशान्त कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना  संजय प्रसाद, सलाहकार मुख्यमंत्री  अवनीश कुमार अवस्थी, मीडिया सलाहकार मुख्यमंत्री  मृत्युंजय कुमार, एन0बी0टी0 के समूह सम्पादक  आशीष पाण्डेय, स्थानीय सम्पादक  नदीम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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