ठंडक पर छात्र का वायरल हुआ कविता, जरा आप भी....
ठंडक पर छात्र का वायरल हुआ कविता, जरा आप भी....
वाह जी वाह
ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।
किताबों के पन्नों पर बैठा जो कमीना ठंडक।
बनवास कटकर पहुंचा था कालेज,
ज्ञान के मन्दिर में गुरुजन को समझा था देव।
पर कामीने ठंडक ने लगा दिया आज लाक डाउन,
ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।
सूरज की ललाई को तरसा जग।
बदलो और पछुआई का जो अकड़ा जग।।
याद नही हो रहा मुझे कोई विषय।
न जाने यह ठंड या परीक्षा का छाया भय।।
...ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।
कालेज में सब है एक दुसरे के भाई बहन,
ठंड की वजह से सबका आना हुआ जो कम।
कितब खुला है पर इस पंक्ति में आया मन....
ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।
गुरुवर भी ठंड में श्यामपट से भागे हुए है।
कसूर उनका नही, कालेज में कम छात्र जो आए हुए है।।
ठंड इतनी बढ़ गई है की श्योर सीरीज के पन्ने भी आशू बहाए हुए है।
ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।
जिसकी वजह से कालेज में छात्र भी गड़गड़ाए हुए हैं
ठंड की कपकपी ने मचाया जो हलचल।।....😄😄😄😄👏👏👏
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