25 साल की उम्र में बनीं 22 बच्चों की मां, अभी 83 और पैदा करने की चाहत
नई दिल्ली । महंगाई के इस जमाने में जहां पूरी दुनिया में छोटे परिवार का चलन बढ़ता जा रहा है। वहीं एक महिला इस चलन के एकदम उल्टा चल रही है। उसने केवल 25 साल की उम्र में ही 22 बच्चे पैदा कर दिए हैं और अभी उसकी 83 बच्चे और पैदा करने की चाहत है। घर में 22 बच्चे होने की वजह से उसका घर अब चिल्ड्रन होम जैसा नजर आता है। आसपास में जिन लोगों को भी इस महिला का पता चलता है, वे हैरानी से उंगली मुंह में दबा लेते हैं।
105 बच्चे पैदा करने का लक्ष्य
'द सन' वेबसाइट के मुताबिक ब्रिटेन की रहने वाली इस महिला का नाम क्रिस्टीना ओजटूर्क है। उसकी शादी एक अरबपति इंसान से हुई है। वर्ष 2014 में क्रिस्टीना की उम्र केवल 17 साल थी, जब उसने अपने एक बेटी को जन्म दिया था। उस बच्ची की किलकारियां और खेलना कपल को इतना अच्छा लगा कि उन्होंने 105 से ज्यादा बच्चे पैदा करने का लक्ष्य तय कर लिया। लेकिन मानव शरीर विज्ञान के तहत ऐसा होना संभव नहीं था, इसलिए उन्होंने सरोगेसी का रास्ता अपनाया।
अब तक 22 बच्चे किए पैदा
अपनी चाहत पूरी करने के लिए कपल ने सरोगेसी को अंजाम देने वाली कंपनियों को हायर किया। उन्होंने अलग-अलग महिलाओं की कोख किराये पर लेकर कपल के शुक्राणु और अंडे निषेचित किए। इस प्रक्रिया के जरिए कपल अब तक 21 बच्चे पैदा कर चुके हैं यानी कि उनके अब 22 बच्चे हो चुके हैं। अपने टारगेट को पूरा करने के लिए यह कपल इसी तकनीक से अभी 83 बच्चे और पैदा करना चाहता है। इस चाहत को पूरा करने के लिए वे 10 हजार डॉलर यानी करीब 8 लाख रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से रकम चुका रहे हैं।
पूरे दिन करती है बच्चों की देखभाल
क्रिस्टीना ओजटूर्क कहती हैं कि उनका पूरा दिन अपने बच्चों की देखभाल में बीतता है। वे उनकी हर छोटी-छोटी बात का ध्यान रखती हैं। वे कोशिश करती हैं कि बच्चे दिन में खूब खाएं और खेलें लेकिन रात होते ही सो जाएं और सुबह से पहले उनकी आंख न खुले। क्रिस्टीना बताया कि उन्होंने बच्चे पैदा करने की चाहत के लिए Batumi के एक आईवीएफ क्लीनिक की मदद ली। उसने ही जरूरतमंद महिलाओं की खोज करके उन्हें इस काम के लिए तैयार किया।
'सरोगेट मदर्स के साथ कोई संपर्क नहीं'
क्रिस्टीना ने बताया कि उनका सरोगेट मदर्स के साथ कोई संपर्क नहीं है और न ही वे ऐसा चाहती हैं। इससे बच्चों के जन्म के बाद कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि सरोगेसी के जरिए पैदा हुए बच्चों के लिए उनके अंडे और पति के शुक्राणुओं का इस्तेमाल हुआ है और ये सभी बच्चे उनके अपने हैं। क्रिस्टीना ने कहा कि इतने बच्चों को पालना थोड़ा दिक्कत भरा तो है लेकिन इसमें खुशी भी बहुत मिलती है। इसलिए वे दिक्कत ज्यादा महसूस नहीं होती।
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