आजमगढ़-मऊ में सरयू नदी में मचाई तबाही, रिंग बांध टूटने से महुला-गढ़वल मुख्य बांध पर बढ़ा दबाव
आजमगढ़ । सरयू की विनाशलीला देख सौ परिवारों ने बांध पर डेरा डाल दिया है। जमुआरी गांव में पांच लोगों के आशियाने नदी की धारा में विलीन होने के बाद अब 121 गांवों की एक लाख आबादी प्रभावित हो चुकी है। जबकि जिले के 63 प्रमुख गांवाें में सरयू नदी की बाढ़ का पानी घुस चुका है।
सगड़ी तहसील के उत्तरी हिस्से में बहने वाली सरयू नदी की विनाशलीला तेज हो गई है। गांगेपुर, दाम महुला और जमुआरी का रिंग बांध टूटने से महुला-गढ़वल मुख्य बांध पर दबाव बढ़ गया है। बाढ़ से 121 गांवों के लोग प्रभावित हैं। 63 गांवों में पानी घुसने से अफरा-तफरी की स्थिति बन गई है। सौ परिवारों ने घरेलू सामान और पशुओं के साथ महुला-गढ़वल बांध पर डेरा डाल लिया है। सरकारी स्तर पर शिविर की व्यवस्था न होने से रात व्यतीत करना मुश्किल हो गया है। जमुआरी गांव में पांच लोगों के आशियाने नदी की धारा में विलीन हो चुके हैं, तो देवारा खास राजा के झगरहवा पुरवा समेत कई गांवों में तेजी से हो रही कटान शुरू हो गई है।
शुक्रवार को जलस्तर में 24 सेटीमीटर की वृद्धि रिकार्ड की गई है। प्रशासन ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए 290 नाव लगाने का दावा तो किया है, लेकिन वह अपर्याप्त साबित हो रही हैं। स्थिति की भयावहता काे देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ क्षेत्र के गांवों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। गुरुवार को डिघिया नाला गेज पर जलस्तर खतरा निशान से दो मीटर ऊपर पहुंच गया। घरों में पानी घुसने से खाद्यान्न व चारे के लिए रखा गया भूसा भींग गया है। निचले हिस्से में बचे देवारा खास राजा, चक्की, बूढ़नपट्टी, बांका, सोनौरा, अभ्भनपट्टी, अजगरा, शाहडीह, भदौरा आदि गांवों के लोग ज्यादा परेशान हैं।
डिघिया नाला गेज स्थल पर गुरुवार को 72.31 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो शुक्रवार को 24 सेमी बढ़कर 72.55 मीटर पर पहुंच गया। यहां खतरा निशान 70.40 मीटर है। बदरहुआ नाले पर गुरुवार 73.24 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो शुक्रवर को 73.48 मीटर पर पहुंच गया। यानी खतरा निशान 71.68 मीटर से 1.80 मीटर ऊपर।
Leave a comment