आतंकियों के सीधे सम्पर्क में था मुर्तजा अब्बासी आनलाइन ली थी शपथ : बड़ा खुलासा
लखनऊ: गोरखनाथ मंदिर परिसर में हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी कटृरपंथियों से न सिर्फ प्रभावित था, बल्कि उनके सीधे संपर्क में था। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने मुर्तजा से पूछताछ के दौरान उसके विरुद्ध कई अहम इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जुटाने के साथ मुर्तजा के सीरिया के खातों में किये गये वित्तीय लेनदेने के भी प्रमाण जुटाये हैं।
Gorakhnath Temple Attack The Terrorists Gave Instructions To The Accused Murtaza To Activate The Jihadi Cell Ann | Gorakhnath Temple Attack: आरोपी मुर्तज़ा को आतंकियों ने दिए जिहादी सेल एक्टिव करने के निर्देश, 'ऑपरेशन मंसूबा' की हो रही थी तैयारी https://t.co/vOUJsRjJIh
— GGS NEWS 24 (@ggsnews24) April 17, 2022
जिसके बाद एटीएस ने आरोपित मुर्तजा के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं की बढ़ोत्तरी की है। एटीएस अब मुर्तजा के विरुद्ध चल रहे केस को लखनऊ स्थित एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी)/एटीएस की विशेष अदालत में स्थानान्तरित कराने की तैयारी में जुट गई है। वहीं एनआइए के अब इस केस को जल्द अपने हाथ में लेने की संभावना भी बढ़ गई है।
मुर्तजा से पूछताछ पूरी होने के बाद एटीएस ने उसे शनिवार को गोरखपुर की कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में गोरखपुर जेल भेज दिया गया। एटीएस की पूछताछ के दौरान सामने आये तथ्यों के आधार पर ही जांच एजेंसी उसके विरुद्ध यूएपीए के तहत कार्रवाई के कदम बढ़ाने की तैयारी कर ली थी। बीते दिनों मुर्तजा के दो वीडियो भी सामने आये थे, जिनमें वह खुद गोरखनाथ मंदिर में हमले के पीछे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व नेशनल रजिस्टर फार सिटीजन (एनआरसी) को लेकर उसके भीतर भरे गुस्से के चलते यह कदम उठाने की बात स्वीकार कर रहा था।
मुर्तजा के आतंकी संगठन आइएस में शामिल होने के लिए एक वेबसाइट के जरिये आनलाइन शपथ लेने की बात भी सामने आई थी। साथ ही मुर्तजा के हनीट्रैप का शिकार होने व सीरिया की एक युवती के संपर्क में आने के बाद कट्टरपंथियों की मदद के लिए सीरिया के खातों में रकम जमा कराने की बात भी सामने आई थी। इसके बाद ही एटीएस ने मुर्तजा के चार बैंक खातों की छानबीन तेज की थी। इससे जुड़े अहम साक्ष्य हाथ लगने के बाद एटीएस ने अब मुर्तजा पर कानूनी शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है।
गोरखनाथ मंदिर परिसर में तीन अप्रैल को हमले की घटना के बाद आरोपित मुर्तजा को गिरफ्तार किया गया था। घटना के पीछे किसी गहरी साजिश की आशंका जताई गई थी। शासन ने घटना का बेहद गंभीरता से लेकर इसकी जांच तत्काल एटीएस को सौंप दी थी। मुर्तजा की पहले 11 अप्रैल तक पुलिस रिमांड मंजूर की गई थी। बाद में एटीएस ने कोर्ट से मुर्तजा की पांच और दिनों की पुलिस रिमांड हासिल कर उससे पूछताछ का सिलसिला जारी रखा था। एटीएस ने शनिवार को पुलिस रिमांड अवधि पूरी होने पर मुर्तजा को गोरखपुर की कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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