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पाकिस्तान हिंसा में 8 की मौत,इंटरनेट बंद: परमाणु ठिकानों पर कमांडो- पंजाब प्रांत में फौज तैनात

इमरान की पार्टी का दावा- 18 शहरों में हिंसा*अल कादिर ट्रस्ट घोटाले में गिरफ्तार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 8 दिन के लिए नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की रिमांड पर भेज दिया गया है। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों की सुरक्षा बलों से हिंसक झड़पें बुधवार को भी जारी रहीं।इंटरनेट बंद
इस्लामाबाद में रेड अलर्ट है। फॉरेन एम्बेसीज के स्टाफ को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। मुल्क में इंटरनेट बंद है। स्कूल-कॉलेज दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। खान पर सरकारी खजाने (तोशाखाना) के तोहफे बेचने के मामले में भी आरोप तय कर दिए गए हैं। दोषी साबित हुए तो ताउम्र चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।हिंसा में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। दो राज्यों पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फौज तैनात है। बाकी दो राज्यों सिंध-बलूचिस्तान में भी हिंसा हो रही है। चांग इलाके में मौजूद न्यूक्लियर फेसिलिटी पर कमांडो तैनात हैं।टेम्परेरी कोर्ट में पेशी
बुधवार को NAB के टेम्परेरी कोर्ट में इमरान की पेशी हुई। जांच एजेंसी ने 14 दिन का रिमांड मांगा, कोर्ट ने 8 दिन का दिया। NAB ने खान की पत्नी बुशरा के लिए भी गिरफ्तारी वारंट मांगा, कोर्ट ने मंजूरी नहीं दी।
फौज ने कहा- अफसरों और प्रॉपर्टीज पर हमला नामंजूर, माकूल जवाब देंगे
हिंसा और अपने अफसरों के घर हमले पर फौज ने कहा- हमले प्लान्ड और साजिश के तहत हो रहे हैं। फौज को गद्दार बताया जा रहा है। हमने गुनहगारों की पहचान कर ली है। अब उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। ये जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग सिविल वॉर चाहते हैं।
LIVEइमरान 8 दिन की रिमांड पर:पाकिस्तान हिंसा में 8 की मौत; परमाणु ठिकानों पर कमांडो, 4 में से 2 राज्यों में फौज तैनात

इंटरनेशनल डेस्कएक घंटा पहले

अल कादिर ट्रस्ट घोटाले में गिरफ्तार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 8 दिन के लिए नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की रिमांड पर भेज दिया गया है। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों की सुरक्षा बलों से हिंसक झड़पें बुधवार को भी जारी रहीं।

हिंसा में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। दो राज्यों पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फौज तैनात है। बाकी दो राज्यों सिंध-बलूचिस्तान में भी हिंसा हो रही है। चांग इलाके में मौजूद न्यूक्लियर फेसिलिटी पर कमांडो तैनात हैं 

टेम्परेरी कोर्ट में पेशी
बुधवार को NAB के टेम्परेरी कोर्ट में इमरान की पेशी हुई। जांच एजेंसी ने 14 दिन का रिमांड मांगा, कोर्ट ने 8 दिन का दिया। NAB ने खान की पत्नी बुशरा के लिए भी गिरफ्तारी वारंट मांगा, कोर्ट ने मंजूरी नहीं दी।
फौज ने कहा- अफसरों और प्रॉपर्टीज पर हमला नामंजूर, माकूल जवाब देंगे
हिंसा और अपने अफसरों के घर हमले पर फौज ने कहा- हमले प्लान्ड और साजिश के तहत हो रहे हैं। फौज को गद्दार बताया जा रहा है। हमने गुनहगारों की पहचान कर ली है। अब उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। ये जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग सिविल वॉर चाहते हैं।


इंटरनेट बंद
इस्लामाबाद में रेड अलर्ट है। फॉरेन एम्बेसीज के स्टाफ को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। मुल्क में इंटरनेट बंद है। स्कूल-कॉलेज दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। खान पर सरकारी खजाने (तोशाखाना) के तोहफे बेचने के मामले में भी आरोप तय कर दिए गए हैं। दोषी साबित हुए तो ताउम्र चुनाव नहीं लड़ सकेंगै 
गिरफ्तारी सही, तरीका गलत
मंगलवार देर रात इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने खान की गिरफ्तारी को सही, लेकिन तरीके को गलत ठहराया। सरकार ने कहा- इमरान की जान को खतरा हो सकता है, उन्हें किसी अदालत में पेश करने के लिए नहीं ले जाया जाएगा।


खैबर पख्तूनख्वा में मंगलवार देर रात PTI कार्यकर्ताओं ने एक बड़ी मशाल रैली निकाली।

गिरफ्तारी क्यों और कैसे
मंगलवार को खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वो 2 मामलों में जमानत के लिए पहुंचे थे। गिरफ्तारी अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट स्कैम केस में की गई है।


पेशावर में PTI के वर्कर्स ने प्रदर्शन के दौरान कई जगह बस-गाड़ियों में आग लगा दी।

क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस
सरकार के मुताबिक- खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने अल कादिर मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।
गिरफ्तारी सही, तरीका गलत
मंगलवार देर रात इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने खान की गिरफ्तारी को सही, लेकिन तरीके को गलत ठहराया। सरकार ने कहा- इमरान की जान को खतरा हो सकता है, उन्हें किसी अदालत में पेश करने के लिए नहीं ले जाया जाएगा।गिरफ्तारी क्यों और कैसे
मंगलवार को खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वो 2 मामलों में जमानत के लिए पहुंचे थे। गिरफ्तारी अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट स्कैम केस में की गई है।केस बहाना, असली वजह कुछ और

रविवार को इमरान ने खुफिया एजेंसी ISI की पॉलिटिकल विंग के चीफ फैसल नसीर पर कत्ल की साजिश रचने के आरोप लगाए थे। फौज ने नकार दिया।

मंगलवार को पेशी के लिए लाहौर से इस्लामाबाद जाते वक्त खान ने कहा- फौज कान खोलकर सुन ले। मैं डरने वाला नहीं हूं। करीब 4 घंटे बाद ही उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बायोमेट्रिक रूम से शीशे तोड़कर गिरफ्तार कर लिया गया।

इमरान की गिरफ्तारी, चश्मदीद की जुबानी
इमरान को फौज से दुश्मनी भारी पड़ी
2018 में इमरान खान को प्रधानमंत्री फौज ने ही बनवाया था। बाद में ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के ट्रांसफर के मुद्दे पर उनका उस वक्त के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से विवाद हो गया।इसके बाद फौज ने शाहबाज शरीफ का दामन थाम लिया और इमरान की सरकार पिछले साल अप्रैल में गिरा दी।
इसके बाद से खान फौज के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उन्होंने बाजवा को गद्दार तक कहा। रविवार को खान ने एक रैली में फौज के एक बड़े अफसर फैसल नसीर पर कत्ल की साजिश रचने का आरोप लगाया।
सोमवार को फौज के मीडिया विंग (ISPR) ने एक वीडियो जारी किया। कहा- खान गलत इल्जाम लगा रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद इमरान ने मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट निकलने से पहले फिर एक वीडियो जारी किया। कहा- पाकिस्तान सिर्फ फौज का नहीं है। मैंने सच बोला है। एक फौजी अफसर दो बार मेरे कत्ल की साजिश रच चुका है। मैं मौत से नहीं घबराता। इसके बाद जैसे ही वो हाईकोर्ट पहुंचे, पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अपनी ही चाल में फंस गए इमरान
इमरान पर 108 केस दर्ज हैं। वो कई महीनों तक तो किसी केस में अदालत के सामने पेश ही नहीं हुए। दूसरी तरफ, चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान जस्टिस उमर अता बंदियाल पर आरोप है कि वो खान को हर मामले में बचा रहे हैं। लाहौर हाईकोर्ट तो हर मामले में उन्हें जमानत दे देता है। यही वजह है कि खान अपने खिलाफ दर्ज सभी केसेस लाहौर हाईकोर्ट में ही ट्रांसफर कराना चाहते हैं।
मंगलवार को सरकार और फौज ने उस केस में इमरान को गिरफ्तार किया, जिसके बारे में खान सोच भी नहीं सकते थे। अगर उन्हें जरा भी भनक होती तो वो पहले की तरह अदालत में पेश होने जाते ही नहीं। खान लाहौर में अपने जमान पार्क वाले घर से इस्लामाबाद आए थे। ये वही घर है, जहां दो महीने पहले पुलिस और रेंजर्स खान को गिरफ्तार करने पहुंचे थे और उन्हें जबरदस्त हमले का सामना करना पड़ा था। बाद में वो खाली हाथ वापस चले गए थे।


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